सिंघारे के आटे का हलवा रेसिपी एक लोकप्रिय रेसिपी है जो आमतौर पर उपवास या उपवास के दौरान बनाई जाती है। यह उन आटे में से एक है जिसे उपवास के दिनों में खाया जा सकता है। चाहे आप नवरात्रि का व्रत कर रहे हों या एकादशी का या फिर शिवरात्रि का। और मैं इस आटे का उपयोग करके कई तरह के व्यंजन बनाती हूँ जैसे सिंघारे की कढ़ी, सिंघारे की पूरी।
हलवा बनाने की सामग्री
- 1 कप सिंघाडे का आटा
- 2 कप पानी
- 3/4 कप चीनी
- 3/4 कप घी
- काजू, पिस्ता, बादाम गार्निशिंग के लिए
- 1/4 चम्मच इलायची पाउडर
हलवा बनाने का तरीका
- एक फ्राइंग पैन लें और उसमें 3 टेबल स्पून घी डाले घी के गर्म होने पर इसमें सिंघाड़े का आटा डाले
- मीडियम आंच पर, लगातार चलाते हुए सिंघाड़े के आटे का कलर बदलने तक आटे को भुनेंगे ।
- एक छोटे गहरे तले वाले पैन में 2 कप पानी उबाल लें। उबालने के बाद, इस पानी को भुने हुए आटे वाले पैन में डालें और गांठ से बचने के लिए इसे लगातार चलाते रहें।
- हिलाते रहें और तब तक पकाएं जब तक कि मिश्रण गाढ़ा न हो जाए।
- अब इसमें इलायची पाउडर और चीनी मिलाएं। चीनी को पूरी तरह से घुलने और एक समान स्वाद पाने के लिए अच्छी तरह मिलाएं।
- इसे चलाते रहें और तब तक पकाएं जब तक हलवे से घी न छूटने लगे, उस समय आँच बंद कर दें।
- अब गैस बंद करके हलवे पर ऊपर से बादाम से सजा लें। गर्मागरम हलवे का स्वाद मजे से घर-परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर ले ।
नोट- हलवा बनाने में ध्यान देने वाली बाते
- सिंघाडे के आटे का घोल बनाते वक्त इस बात का ध्यान रखे कि घोल में गुठलियां ( लम्पस) ना रहें
- आटे के घोल को पकाते समय कलछी से जल्दी-जल्दी चलाते हुए पकाएं जिससे घोल में गांठें ना पड़ें.
- पानी की मात्रा सही रखे अगर पानी जयादा या कम हुआ तो हलवा सही नहीं बनेगा।
- जब आटे में से हलकी खुसबू आने लगे तब आपका आटा त्यार है हलवा के लिए ।